Mythological Story – सुदामा दरिद्र क्यों ???

मेरे मन में सुदामा के सम्बन्ध में एक बड़ी शंका थी कि एक विद्वान् ब्राह्मण अपने बाल सखा कृष्ण से छुपाकर चने कैसे खा सकता है ??? आज भागवत के इस प्रसंग में छुपे रहस्य को आपसे साझा करना जरुरी समझता हूँ ताकि आप भी समाज में फैली इस भ्रान्ति को दूर कर सकें। गुरुदेव … Read more

Kahani – स्वर्गलोक की करेंसी

कल रात मैंने एक “सपना” देखा. मेरी Death हो गई. जीवन में कुछ अच्छे कर्म किये होंगे, इसलिये यमराज मुझे स्वर्ग में ले गये. देवराज इंद्र ने मुस्कुराकर मेरा स्वागत किया. हाथ में Bag देखकर पूछने लगे ”इसमें क्या है?” मैंने कहा ” इसमें मेरे जीवन भर की कमाई है, पांच करोड़ रूपये हैं ।” इन्द्र ने  ‘BRP-16011966’ … Read more

Kahani – किया, दिया, लिया

एक बार एक राजा ने विद्वान ज्योतिषियों की सभा बुलाकर प्रश्न किया- मेरी जन्म पत्रिका के अनुसार मेरा राजा बनने का योग था मैं राजा बना, किन्तु उसी घड़ी मुहूर्त में अनेक जातकों ने जन्म लिया होगा जो राजा नहीं बन सके क्यों? इसका क्या कारण है ? राजा के इस प्रश्न से सब निरुत्तर … Read more

Kahani – भगवान पर भरोसा

एक पुरानी सी इमारत में था वैद्यजी का मकान था। पिछले हिस्से में रहते थे और अगले हिस्से में दवाख़ाना खोल रखा था। उनकी पत्नी की आदत थी कि दवाख़ाना खोलने से पहले उस दिन के लिए आवश्यक सामान एक चिठ्ठी में लिख कर दे देती थी। वैद्यजी गद्दी पर बैठकर पहले भगवान का नाम … Read more

Kahani – नाथूला का हीरो: बाबा हरभजन सिंह

बाबा हरभजन सिंह: एक शहीद, जो मरने के बाद भी देश की पहरेदारी कर रहा है! ये कहानी है दिल्ली से लगभग 1600 किलोमीटर दूर भारत के सिक्किम राज्य में ठंडी वादियों में बसे नाथूला दर्रा के पास भारत-चीन बॉर्डर की. इसी नाथूला दर्रा के ठीक दक्षिण में 10 किलोमीटर दूर 13 हजार फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर … Read more

Kahani – जटायु की बात

सीता हरण के पश्चात विह्वल राम, लक्ष्मण के साथ वन में भटक रहे थे। कभी किसी पशु से पूछते, तो कभी किसी पक्षी से… कभी पेड़ की पत्तियों से पूछने लगते, “क्या तुमने मेरी सीता को देखा है?” वस्तुतः विक्षिप्त की भाँति पशु-पक्षियों से सीता का पता पूछता वह व्यक्ति “मर्यादा पुरुषोत्तम राम” नहीं था, … Read more

Kahani – Pita ka Shraadh

“अरे! भाई बुढापे का कोई ईलाज नहीं होता . अस्सी पार चुके हैं . अब बस सेवा कीजिये .” डाक्टर पिता जी को देखते हुए बोला . “डाक्टर साहब ! कोई तो तरीका होगा . साइंस ने बहुत तरक्की कर ली है .” “शंकर बाबू ! मैं अपनी तरफ से दुआ ही कर सकता हूँ … Read more

Kahani – प्रशासनिक अधिकारी

चार महीने बीत चुके थे, बल्कि 10 दिन ऊपर हो गए थे, किंतु बड़े भइया की ओर से अभी तक कोई ख़बर नहीं आई थी कि वह पापा को लेने कब आएंगे. यह कोई पहली बार नहीं था कि बड़े भइया ने ऐसा किया हो. हर बार उनका ऐसा ही रवैया रहता है. जब भी … Read more

Emotional Kahani – Ghar Ke bujurg

छोटे ने कहा,” भैया, दादी कई बार कह चुकी हैं कभी मुझे भी अपने साथ होटल ले जाया करो.”| गौरव बोला, ” ले तो जायें पर चार लोगों के खाने पर कितना खर्च होगा.  याद है, पिछली बार जब हम तीनों ने डिनर लिया था, तब सोलह सौ का बिल आया था. हमारे पास अब … Read more

Kahani – डॉ. श्रीकांत जिचकर

” अद्भुत , अकल्पीय किन्तु सच ” आपसे कोई पूछे भारत के सबसे अधिक शिक्षित एवं विद्वान व्यक्ति का नाम बताइए जो, डॉक्टर भी रहा हो,  बैरिस्टर भी रहा हो,  IPS अधिकारी भी रहा हो,  IAS अधिकारी भी रहा हो,  विधायक, मंत्री, सांसद भी रहा हो,  चित्रकार, फोटोग्राफर भी रहा हो,  मोटिवेशनल स्पीकर भी रहा … Read more