Kahani – सत्य, तथ्य और कथ्य

एक गाँव में एक बनिया और एक कुम्हार था। कुम्हार ने बनिये से कहा, मैं तो बर्तन बनाता हूँ, पर गरीब हूँ… तुम्हारी कौन सी रुपये बनाने की मशीन है जो तुम इतने अमीर हो? बनिये ने कहा – तुम भी अपने चाक पर मिट्टी से रुपये बना सकते हो। कुम्हार बोला – मिट्टी से … Read more

Kahani – Pita ka Shraadh

“अरे! भाई बुढापे का कोई ईलाज नहीं होता . अस्सी पार चुके हैं . अब बस सेवा कीजिये .” डाक्टर पिता जी को देखते हुए बोला . “डाक्टर साहब ! कोई तो तरीका होगा . साइंस ने बहुत तरक्की कर ली है .” “शंकर बाबू ! मैं अपनी तरफ से दुआ ही कर सकता हूँ … Read more

Kahani – प्रशासनिक अधिकारी

चार महीने बीत चुके थे, बल्कि 10 दिन ऊपर हो गए थे, किंतु बड़े भइया की ओर से अभी तक कोई ख़बर नहीं आई थी कि वह पापा को लेने कब आएंगे. यह कोई पहली बार नहीं था कि बड़े भइया ने ऐसा किया हो. हर बार उनका ऐसा ही रवैया रहता है. जब भी … Read more

Kahani – जाना है भवपार

एक निर्धन विद्वान व्यक्ति चलते चलते पड़ोसी राज्य में पहुँचा। संयोग से उस दिन वहाँ हस्तिपटबंधन समारोह था जिसमें एक हाथी की सूंड में माला देकर नगर में घुमाया जाता था। वह जिसके गले में माला डाल देता था उसे 5 वर्ष के लिए वहां का राजा बना दिया जाता था। वह व्यक्ति भी समारोह … Read more

Kahani – Mahabharat ke 9 Sutra

महाभारत का “नव सार सूत्र” सबके जीवन में उपयोगी सिद्ध होगा… —————————– 1) “संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे” – कौरव 2) “आप भले ही कितने बलवान हो, लेकिन अधर्म के साथ हो, तो आपकी विद्या, अस्त्र, शस्त्र, शक्ति और वरदान, सब … Read more

Emotional Kahani – Ghar Ke bujurg

छोटे ने कहा,” भैया, दादी कई बार कह चुकी हैं कभी मुझे भी अपने साथ होटल ले जाया करो.”| गौरव बोला, ” ले तो जायें पर चार लोगों के खाने पर कितना खर्च होगा.  याद है, पिछली बार जब हम तीनों ने डिनर लिया था, तब सोलह सौ का बिल आया था. हमारे पास अब … Read more

Kahani – डॉ. श्रीकांत जिचकर

” अद्भुत , अकल्पीय किन्तु सच ” आपसे कोई पूछे भारत के सबसे अधिक शिक्षित एवं विद्वान व्यक्ति का नाम बताइए जो, डॉक्टर भी रहा हो,  बैरिस्टर भी रहा हो,  IPS अधिकारी भी रहा हो,  IAS अधिकारी भी रहा हो,  विधायक, मंत्री, सांसद भी रहा हो,  चित्रकार, फोटोग्राफर भी रहा हो,  मोटिवेशनल स्पीकर भी रहा … Read more

Kahani – नजरिया

एक महान लेखक अपने लेखन कक्ष में बैठा हुआ लिख रहा था। 1) पिछले साल मेरा आपरेशन हुआ और मेरा गालब्लाडर निकाल दिया गया। इस आपरेशन के कारण बहुत लंबे समय तक बिस्तर पर रहना पड़ा। 2) इसी साल मैं 60 वर्ष का हुआ और मेरी पसंदीदा नौकरी चली गयी। जब मैंने उस प्रकाशन संस्था … Read more

Kahani – बख्शीश

कन्धे पर कपड़े का थान लादे और हाट-बाजार जाने की तैयारी करते हुए नामदेव जी से पत्नि ने कहा- भगत जी! आज घर में खाने को कुछ भी नहीं है। आटा, नमक, दाल, चावल, गुड़ और शक्कर सब खत्म हो गए हैं। शाम को बाजार से आते हुए घर के लिए राशन का सामान लेते … Read more

kahani – प्रेम

एक बार एक पुत्र अपने पिता से रूठ कर घर छोड़ कर दूर चला गया और फिर इधर उधर यूँही भटकता रहा। दिन बीते, महीने बीते और साल बीत गए | एक दिन वह बीमार पड़ गया | अपनी झोपडी में अकेले पड़े उसे अपने पिता के प्रेम की याद आई कि कैसे उसके पिता … Read more